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लेखक: सतीश लोथे | आवाज़: के. सी. शंकरप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुंबई के
लेखक: पंकज सुबीर | आवाज़: के. सी. शंकरप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुंबई क
लेखक: पद्मजा शर्मा | आवाज़: शाश्विता शर्माप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुं
लेखक: पंकज सुबीर | आवाज़: के. सी. शंकरप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुंबई क
लेखक: आलोक कुमार मिश्रा | आवाज़: शाश्विता शर्माप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें है
लेखक: सुश्री कविता | आवाज़: शाश्विता शर्माप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुं
लेखक: संजय जैन | आवाज़: राजेश कुमारप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुंबई के र
लेखक: रत्नकुमार सांभरिया | आवाज़: शाश्विता शर्माअभिजात्य वर्ग में पति के दुराचारों के बावजूद पुरुष प्रधान समाज की जकड़बंदियां आड़े आ जाती हैं। ‘वर‘ कहानी की नायिका रोशनीबाई जो कुचबन्दा नामक घुमन्तू जनजाति से संबंध रखती है, क्या भरी पंचायत में अपने
लेखक: मन्नू भंडारी | आवाज़: के. सी. शंकरप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुंबई
लेखक: मन्नू भंडारी | आवाज़: शाश्विता शर्माभरतीय समाज की विडम्बना देखिये- महिलाओं से जितनी अपेक्षा की जाती है, उनकी उतनी ही उपेक्षा होती है। मुक्ति कहानी में मन्नू भंडारी ने एक वास्तविक स्थिति को लेकर इस सामाजिक सच को बेहद ही सशक्त रुप से उजागर क
लेखक: दिव्या श्री | आवाज़: शाश्विता शर्माप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुंब
लेखक: मन्नू भंडारी | आवाज़: राजेश कुमार“गोपाल को किसने मारा” मानवीयता के मर जाने और संवेदनशीलता के पथरा जाने की कथा है। दो बेटों का पिता रामनिझावन बुढापे में अकेला पड़ जाता है क्योंकि बड़ा बेका गोविंदा बिजली का करंट लगने से मर जाता है और छोटा गो
लेखक: सुधा अरोड़ा | आवाज़: शाश्विता शर्माप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुंब
लेखक: टेकचंद | आवाज़: अजीत सिंह पालावतराष्ट्र ऐसी वृहद अस्मिता है जिसमें जाति धर्म संस्कृति भाषा सब समाहित होकर भारतीय हो जाते हैं । परंतु क्या आज भी जाति ऐसी अवधारणा है जो देश से जुड़ कर भी अक्षुण रहती है , अकाट्य रहती है ? क्या जाति के आधार पर
लेखक: अनुराग अन्वेषी | आवाज़: के. सी. शंकरप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुं
लेखक: विवेक सत्यांशु | आवाज़: राजेश कुमारप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुंब
लेखक: अनुराग अन्वेषी | आवाज़: के. सी. शंकरप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुं
लेखक: आनंद पांडेय तन्हा | आवाज़: राजेश कुमारप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं म
लेखक: जितेन ठाकुर | आवाज़: राजेश कुमारकहानी में एक बावचीॅ ,फुटपाथ के उपेक्षित और तिरस्कृत बच्चों को जीने कि कला सिखाता है और उन्हें बताता है कि जीने के लिए रोटी जरूरी है और रोटी खाने के लिए स्वाद ।पर स्वाद जगाने वाला रस हमारे ही अपने भीतर छुपा र
लेखक: ज़ाफर मेहंदी ज़ाफरी | आवाज़: जेमिनी पाठकप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसकी कविता, ग़ज़ल और कहानियों को
लेखक: गोविंद मिश्र | आवाज़: जेमिनी पाठककोरोना काल के सन्दर्भ का उपयोग करते हुए , यह कहानी हमारी मानसिकता को उजागर करती है| कैसे हम अपनी वास्तविक स्थितितयों को बेहतर बनाने की बजाये , हर त्रासदी के लिए ईश्वर की मर्ज़ी को जिम्मेवार ठहरा देते है| एक
लेखक: जितेंद्र धीर | आवाज़: जेमिनी पाठकप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुंबई
लेखक: महावीर राजी | आवाज़: ज्ञानेन्द्र त्रिपाठीप्लेटफॉर्म पर मंडराता, भूख से आकुल ब्याकुल भिखारी का छोटा बच्चा क्षुधा शमन के लिए कैसी कैसी बाल सुलभ हरकते करता है और उसकी हरकतों में बेबसी, तिलमिलाहट और आक्रोश के कैसे कैसे शेड्स विन्यस्त रहते हैं
लेखक: संजय सिंह मस्त | आवाज़: राजेश कुमारप्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत्रिका है। अब हंस ऑडियो की दुनिया में उड़ान भर रही है ‘हंस वाणी’ के रूप में, जिसे अपनी आवाज़ से सजा रहें हैं मुंब
लेखक: निधि अग्रवाल | आवाज़: शाश्विता शर्माचाहनाओं की धूप- छांव में अपनी रंगत बचाने की ज़िद लिए, खिलते-मुरझाते सूरजमुखी के आत्मनिर्भर होने की हिंदी कहानी ।प्रेमचंद द्वारा शुरू की गयी ‘हंस’ पत्रिका भारत की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली प्रगतिशील मासिक पत
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